अतीत की गलियों में
मैंने तुमसे प्रेम किया
तुमने मुझसे प्रेम किया
हम दोनों ने एक दूजे से
प्रेम किया
मैंने सौगात में तुम्हें
एक नदी दी
तुमने मुझे पूरा समुद्र
दे दिया
मैंने सौगात में तुम्हें
कुछ तारे दिए
तूमने मुझे पूरा आकाश
दे दिया
मैंने सौगात में तुम्हें
कुछ दिशाए दी
तुमने मुझे पूरा ब्रमांड
दे दिया
मैंने सौगात में तुम्हें
चंद बूंदे दी
तुमने झूम कर
मुझे पूरा सावन दे दिया
चंद बूंदे दी
तुमने झूम कर
मुझे पूरा सावन दे दिया
मेरे मन मे तुम्हारी यादें
उसी तरह अंकित है
जैसे किसी शिलालेख पर
रह जाता है फरमान खुदा।
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