खुशियाँ खो गई खँडहरों में
उजड़ गया मेरा चमन
लूट गयी मेरी बहारें
मुरझा गई प्यार की कली
वीरानी छा गई गुलसन में
मिला अनन्त विछोह का दर्द
साथ रह गया केवल
यादों का अथाह समुद्र
बिखर गया प्यार का ताजमहल
खुशियाँ खो गई खँडहरों में
सब कुछ बदल गया
घुन लगी चोखट बन गई जिंदगी
दिल रोता है हर सांस पर
आँसूंओं संग सूनापन है जिंदगी में
अतृप्त है मेरा जीवन खोकर उसे
जिंदगी के सलीब को
लटका कर अपने कन्धों पर
घिसट रहा हूँ अब
जब तक है दम मुझ में।
पेज संख्या --97
उजड़ गया मेरा चमन
लूट गयी मेरी बहारें
मुरझा गई प्यार की कली
वीरानी छा गई गुलसन में
साथ रह गया केवल
यादों का अथाह समुद्र
बिखर गया प्यार का ताजमहल
खुशियाँ खो गई खँडहरों में
सब कुछ बदल गया
घुन लगी चोखट बन गई जिंदगी
दिल रोता है हर सांस पर
आँसूंओं संग सूनापन है जिंदगी में
अतृप्त है मेरा जीवन खोकर उसे
जिंदगी के सलीब को
लटका कर अपने कन्धों पर
घिसट रहा हूँ अब
जब तक है दम मुझ में।
पेज संख्या --97
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